भाजपा की चमारों को चुनौती ‘बीजेपी चोरों चमारों की पार्टी नहीं है।’

"भाजपा का चमार दलित विरोधी  चेहता "


जो दिमाग में होता है वो कभी न कभी जुबान पर आ ही जाता है। बीजेपी खुद को दलित हितैषी दिखाने की लाख कोशिश कर ले लेकिन उसका जातिवादी चेहरा समाने आ ही जाता है। पीएम मोदी बाबा साहेब अंबेडकर का नाम जगह-जगह पर जरूरत के मुताबिक लेते रहते हैं लेकिन बीजेपी नेताओं को इस बात का भी ध्यान नहीं रहता।


जिस दलित समुदाय के लिए अंबेडकर ने पूरा जीवन संधर्ष किया उस समुदाय की जातियों का इस्तेमाल गाली की तरह किया जा रहा है। बीजेपी प्रवक्ता आलोक अवस्थी ने एक न्यूज डिबेट के दौरान कहा कि ‘बीजेपी चोरों चमारों की पार्टी नहीं है।’
नोटबंदी को लेकर ‘हिंदी खबर’ नाम के न्यूज चैनल पर डिबेट चल रही थी, तभी बीजेपी प्रवक्ता ने अपनी सफाई पेश करते हुए कहा कि ‘बीजेपी चोरों चमारों की पार्टी नहीं है।’
अपने इस वाक्य से बीजेपी प्रवक्ता क्या कहना चाहते थें? क्या चमार जाति के लोग चोर होते हैं? या वो इस जाति के नाम का इस्तेमाल गाली की तरह करना चाहते थे? 
इतना ही नहीं एंकर जब इस बात के लिए मांफी मांगने को कहा तो उन्होंने बोला की ये आम बोल चाल की भाषा है। बता दें कि भारत में इस तरह के जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल कानून जुर्म है।

Comments